----------त्योहारों के चलते सेहत और सुरक्षा का रखें ख्याल
अभिषेक पूर्णिमा
पिहोवा, 13 अक्टूबर त्योहारों के चलते बाजारों में रौनक बढ़ गई है। मिठाइयां,कपड़े, गिफ्ट आइटम, और सजावटी सामान की दुकानों तक खरीदारों की भीड़ उमड़ रही है। जिसे लेकर हमें सुरक्षा और सेहत को लेकर सावधानी बरतने की जरूरत है आईए जानते हैं इस विषय पर बुद्धिजीवी लोगों की राय:- डॉ. राजेंद्र मंगला ने कहा कि त्योहार खुशियों का प्रतीक हैं, लेकिन बाजारों में सामान खरीदते समय सावधानी बरतना हर नागरिक का कर्तव्य है। बिना जांचे-परखे खाद्य पदार्थ न खरीदें और उत्पाद की एक्सपायरी डेट चेक करें। थोड़ी सी सतर्कता न केवल सेहत बल्कि समाज की खुशियों को भी सुरक्षित रखती है।
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ अवनीत वड़ैच ने कहा कि त्योहारों को लेकर लोगों में उत्साह तो होता है, लेकिन अक्सर लापरवाही भी देखने को मिलती है। भीड़भाड़ में जेबकतरों और धोखाधड़ी करने वालों से बचाव जरूरी है। त्योहारों का आनंद तभी पूर्ण होता है जब उसमें सुरक्षा, स्वच्छता और सजगता का समावेश हो।भाजपा के मंडल अध्यक्ष प्रिंस मंगला ने कहा कि पटाखों के फटने से निकलने वाली चिंगारियां और धुआं आंखों के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। उन्होंने अभिभावकों को सलाह दी है कि पटाखे जलाते समय बच्चों को अकेला न छोड़े और आंखों में किसी प्रकार की समस्या होने पर साफ पानी से धोकर नजदीकी नेत्र चिकित्सक से संपर्क करें।
प्लैटिनम होटल के एम.डी. विशाल चावला ने कहा कि त्योहार मिलजुल कर मनाए जाने चाहिए। इसलिए एक दूसरे की भावनाओं का सम्मान करें। उन्होंने कहा कि समाज को आगे बढ़ाने के लिए केवल विकास नहीं बल्कि एक दूसरे के प्रति प्रेम और सहयोग की भावना भी जरूरी है। त्योहार हमें यही सिखाते हैं कि मिलजुल कर रहने में ही जीवन की असल मिठास है।
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं गांव धनीरामपुरा के युवा सरपंच विकल कुमार चौबे ने कहा कि खुले में बिकने वाली खाद्य सामग्री का बिल्कुल प्रयोग न करें क्योंकि इनमें धूल, गंदगी व कीटाणुओं का खतरा अधिक रहता है जो सेहत के लिए हानिकारक है। उन्होंने कहा कि खाद्य सामग्री ढकी हुई व पैकिंग वाली ही खरीदनी चाहिए और उनकीे निर्माण तिथि व गुणवत्ता आदि की जांच अवश्य करें। अर्थात स्वाद से अधिक सेहत को प्राथमिकता दें।
वरिष्ठ भाजपा नेता एवं गांव धनीरामपुरा के युवा सरपंच विकल कुमार चौबे ने कहा कि खुले में बिकने वाली खाद्य सामग्री का बिल्कुल प्रयोग न करें क्योंकि इनमें धूल, गंदगी व कीटाणुओं का खतरा अधिक रहता है जो सेहत के लिए हानिकारक है। उन्होंने कहा कि खाद्य सामग्री ढकी हुई व पैकिंग वाली ही खरीदनी चाहिए और उनकीे निर्माण तिथि व गुणवत्ता आदि की जांच अवश्य करें। अर्थात स्वाद से अधिक सेहत को प्राथमिकता दें।