गीता जयंती महोत्सव को अंर्तराष्टरीय स्तर का दर्जा देने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की परिकल्पना हुई सार्थक: भारत भूषण भारती

हमारी संस्कृति और संस्कार हैं मानवता और विश्व के कल्याण पर आधारित, विश्व में शांति की कामना के साथ किया गया महाआरती का आयोजन

अभिषेक पूर्णिमा 

पिहोवा, 2 दिसंबर -  मुख्यमंत्री हरियाणा नायब सैनी के ओएसडी भारत भूषण भारती ने कहा कि कुरूक्षेत्र कर्मक्षेत्र के पावन सरस्वती तट पर आयोजित गीता जयंती समारोह के आरती में हिस्सा लेने पर उन्हें बेहद प्रसन्नता हो रही है। हमारे भारत की संस्कृति विश्व विख्यात है। भिन्न-भिन्न धर्मों के होने के कारण भी भारत की अनेकता में एकता की झलक गीता जयंती समारोह में जगह-जगह देखने को मिली। यहीं एकता हमारे देश व समाज के कल्याण का मूलमंत्र हैं। मुख्यमंत्री हरियाणा ओएसडी भारत भूषण भारती गीता जयंती समारोह के समापन अवसर पर संध्याकालीन आरती में बतौर मुख्य अतिथि सम्बोधित कर रहे थे।

                       मुख्यमंत्री हरियाणा ओएसडी भारत भूषण भारती ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में गीता जयंती समारोह को अंतर्राष्टरीय स्तर तक ले जाने की जो परिकल्पना की थी, वह पूरी तरह से सार्थक हो चुकी है। विश्व भर में आज के दिन गीता जयंती समारोह को मनाया जा रहा है। देश-विदेश में गीता जयंती समारोह की एक अलग पहचान बन चुकी है। पिछले 10 वर्षों से लगातार गीता जयंती समारोह न केवल पूरे भारत में, अपितु पूरे विश्व में मनाया जा रहा है। आज के इस तनाव भरे माहौल में पूरे विश्व के लिए गीता के संदेश को ग्रहण करना बेहद अनिवार्य है। पिहोवा में आयोजित जिलास्तरीय तीन दिवसीय गीता जयंती समारोह को मनाने पर प्रशासनिक अधिकारी तथा सामाजिक व धार्मिक संस्थाए, नगरपालिका के चेयरमैन तथा सभी पार्षदों सहित सभी लोग बधाई की पात्र हैं।


                           नगरपालिका चेयरमैन आशीष चक्रपाणि ने कहा कि गीता का ज्ञान प्रत्येक मनुष्य को उनके लक्ष्य के प्रति समर्पण सिखाता है। गीता के अंदर जो शक्ति है, वह प्रत्येक मनुष्य को मजबूत बनाती है। जीवन का जो भी लक्ष्य हो, उसे पूर्ण समर्पण भावना के साथ हासिल किया जा सकता है। यदि मनुष्य अपने मन की हर शंका को गीता के माध्यम से दूर करेगा तो निश्चित ही वह जीवन में सफल रहेगा तथा दृढता के साथ हर चुनौती को पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि कुरूक्षेत्र की 48 कोस की भूमि पर 265 तीर्थ स्थल हैं, जहां पर सभी जगह गीता जयंती आरती हुई है। स्वामी ज्ञानानंद महाराज जी के विशेष योगदान व अथक प्रयासों से गीता जयंती समारोह पूरे विश्व भर में मनाया जा रहा है। उन्होंने तीन दिवसीय जिलास्तरीय गीता जयंती का पिहोवा में सफलतापूर्वक आयोजन पर सबको बधाई दी तथा ऐसे धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करवाते रहने के लिए सुझाव भी दिए। उन्होंने पूरे प्रशासन के साथ-साथ सभी धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं का धन्यवाद किया।

                     भजन संध्या कार्यक्रम के सायंकालीन सत्र में सुरेश वर्मा कलाकारों ने श्री कृष्ण जी के भजनों से श्रद्घालुओं का समा बांध दिया। गीता जयंती में भजन संध्या के आयोजन से सारा वातावरण भक्तिमय हो गया। इस मौके पर सुरेश वर्मा ने कई भजन प्रस्तुत किए, जिनमें गीता पर आधारित व श्री कृष्ण जी और सरस्वती माता के भजनों ने श्रद्घालुओं को झूमने पर मजबूर कर दिया। प्रशासन द्वारा सभी गणमान्य व्यक्ति को सम्मानित किया। संध्याकालीन आरती पंडित प्रदीप कुमार, रोबीन शर्मा, प्रवीण शर्मा, अमन शर्मा द्वारा करवाई गई। इस मौके पर श्रवण गर्ग गऊ सेवा आयोग चैयरमेन, नगर पालिका उपाध्यक्ष प्रतिनिधी सुरेंद्र ढींगरा, तहसीलदार पूनम सोलंकी, मार्किट कमेटी चेयरमैन तरुणदीप सिंह वड़ैच, गुरमेहर विर्क, रामधारी शर्मा, मनमोहन चक्रपाणि, युधिष्ठिर बहल, जगदीश गोड, जेपी मैहला सरपंच, संदीप मौर, गुरमेहर सरपंच, सुखबीर सिंह, जगदीश तनेजा, सतीश सिंगला, बंटी दिवाना, नगर पालिका सचिव अशोक कुमार, दीपक शर्मा तथा कई गणमान्य व्यक्तियों सहित भारी संख्या में आमजन उपस्थित थे।


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