इस्माईलाबाद(पिहोवा) के विभिन्न गांवों का दौरा कर लिया जलभराव की स्थिति का जायजा : विश्राम कुमार मीणा


अभिषेक पूर्णिमा 

आपदा के समय कोई भी नागरिक टोल फ्री नम्बर पर ले सकता है सहायता, उपायुक्त ने अधिकारियों को दिए उचित दिशा-निर्देश, आम नागरिक की सुरक्षा होना चाहिए हर अधिकारी का प्रथम उद्द्ेश्य

पिहोवा/इस्माईलाबाद 2 सितम्बर - उपायुक्त कुरुक्षेत्र विश्राम कुमार मीणा ने कहा कि लगातार बारिश होने के कारण नदियां, नाले और नहरें उफान पर है। इस बारिश की वजह से मारकंडा, सरस्वती नदी में भी पानी का बहाव ज्यादा है। इस स्थिति का जायजा लेने के लिए वे मंगलवार को इस्माईलाबाद के गांव नैसी तथा जलबेड़ा व झांसा में निरीक्षण के लिए पंहुचे। इस मौके पर उनके साथ पिहोवा उपमंडल अधिकारी नागरिक अभिनव सिवाच आईएएस भी उपस्थित थे। उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने अधिकारियों को आदेश देते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में सभी नहर किनारों, नालियों, पुलों, सडक़ों और पुलियों की सुरक्षा के लिए 24 घंटे निगरानी रखी जाए। उन्होंने कहा कि जल प्रभावित क्षेत्रों में आम नागरिक की सुरक्षा करना अधिकारी और कर्मचारी का प्रथम ध्येय होना चाहिए। उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने इस्माईलाबाद के गांव नैसी व जलबेड़ा तथा झांसा सहित अन्य जलभराव वाले गांव और क्षेत्रों का दौरा करके लोगों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि प्रशासन के टोल फ्री नंबर 01744-221035 पर फोन करके आमजन सहायता ले सकते हैं। उपायुक्त ने कहा कि कन्ट्रोल रूम में कोई भी व्यक्ति फोन करके किसी प्रकार की सूचना दे सकता है और आपदा के लिए सहायता मांग सकता है। इस फोन कॉल पर तुरंत एक्शन होगा। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अलर्ट मोड में रहना होगा। इस विषय में किसी प्रकार की लापरवाही सहन नहीं की जाएगी।
उपायुक्त ने लोगों से आहवान करते हुए कहा कि जलभराव की स्थिति बनने से पहले अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। शांत रहे और घबराएं नहीं। किसी भी आपातकालीन संपर्क के लिए मोबाइल फोन हमेशा चार्ज रखें। ज्यादातर एसएमएस का प्रयोग करें। उन्होंने कहा कि रेडियो, टीवी, समाचार पत्र के माध्यम से मौसम की ताजा जानकारी रखें। अपने मवेशियों, पालतू जानवरों को सुरक्षा के लिए उन्हें बांधकर नहीं रखें। सुरक्षा और जीवन रक्षा के लिए आवश्यक वस्तुओं की इमरजेंसी तैयार कर लें। घर पर प्राथमिक उपचार बाक्स में सांप काटने और डायरिया बीमारी की दवा अवश्य रखें। इसके अलावा महत्वपूर्ण कागजात और अन्य कीमती चीजें एक बैग में रखें।
उन्होंने कहा कि जलभराव यानी बरसात के पानी में ड्राइव नहीं करें। बाढ़ के पानी में जाने से बचें। यदि जरूरी हो तो पैरों में उचित जूते पहने। सीवर लाइनों, गटरों, नालों, पुलियों आदि से दूर रहें। उन्होंने कहा कि बिजली के खम्भों और गिरे टूटे हुए बिजली के तारों से बच कर रहें। इनसे बिजली के जानलेवा झटके लग सकते है। ताजा पका हुआ या सूखा खाना खाएं। खाने को हमेशा ढक कर रखें और पानी उबालकर या क्लोरीन डालकर पिएं। उन्होंने कहा कि बिजली और गैस के कनेक्शन बंद करके रखें। इमरजेंसी किट प्राथमिक उपचार बाक्स और कीमती सामान अपने साथ रखें। गहरे पानी में नहीं उतरें। यदि आवश्यक हो तो पहले एक डंडे से पानी को गहराई का अनुमान ले। उन्होंने कहा कि पिहोवा के लिए कंट्रोल रूम 01741-220448 के अलावा हेल्पलाइन नंबर 112, 1077 और 1070 पर संपर्क करें।

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