अभिषेक पूर्णिमा
पिहोवा, 5 सितंबर पिहोवा. मेन चौक पर स्थित श्री दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर में चल रहा गणपति महोत्सव संपन्न हुआ। विसर्जन कार्यक्रम में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने ढोल नगाड़ों के साथ गणपति बप्पा को विदाई दी। महंत महावीर दास ने बताया कि मांडव्य तीर्थ में गणपति विसर्जन हुआ। उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम समाज को आपस में जोड़ते हैं। इससे नई पीढ़ी को अपनी प्राचीन संस्कृति का ज्ञान होने के साथ उसमें संस्कार भी पैदा होते हैं। पंडित प्रवीण शर्मा ने महर्षि वेद व्यास की महिमा बताते हुए कहा कि महर्षि ने महाभारत कथा भगवान गणेश को लगातार 10 दिन तक सुनाई थी। भगवान गणेश उसे लिखते रहे। जब महर्षि वेद व्यास ने आंखें खोली तो पाया कि 10 दिन की अथक मेहनत के बाद गणेश जी का तापमान बहुत अधिक हो गया है। महर्षि वेदव्यास ने भगवान गणेश को निकट के सरोवर में ले जाकर स्नान कराया। तब जाकर उनका शरीर सामान्य हुआ। इसी परंपरा के चलते भगवान गणपति की मूर्ति स्थापना करके चतुर्दशी को उनको शीतल किया जाता है। तभी से प्रतीकात्मक रूप से गणेश प्रतिमा की स्थापना और विसर्जन किया जाता है। इस मौके पर महंत बबला दास, अंश महंत, मनीष शर्मा,संजय चक्रपाणि, महंत भीमदास, मनोज गोयल, शांतनु शर्मा, प्रवीण शर्मा, व प्रथम सहित कई श्रद्धालुओं ने बप्पा को विदाई दी।
