राजेश वर्मा। कुरुक्षेत्र भूमिपिहोवा 5 सितंबर -
उपमंडल अधिकारी नागरिक अभिनव सिवाच ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीमें जलभराव से प्रभावित क्षेत्रों में घर-घर जाकर पानी के सैंपल ले रही हैं और लार्वा की स्थित को जांचा जा रहा है। जलभराव से प्रभावित क्षेत्र में एंटी लार्वा एक्टिविटी बनने और मच्छरों के प्रजनन की संभावना अधिक होती है, इसलिए इन क्षेत्रों में एंटी लार्वा एक्टिविटी का महत्व बढ़ जाता है। स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा इस्माईलाबाद के गांव ठसका मीरांजी के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की टीम लगातार बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दे रही है।
एसडीएम अभिनव सिवाच ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन मिलकर इन क्षेत्रों में लार्वा नियंत्रण और मच्छरों पर रोकथाम के प्रयास करने में लगा हुआ है। नागरिकों को डेंगू और मलेरिया के खतरे और लार्वा नियंत्रण के महत्व के बारे में जागरूक किया जा रहा है, ताकि बीमारियों को फैलने से समय पर रोका जा सके। उन्होंने कहा कि एंटी लार्वा एक्टिविटी का उद्देश्य मच्छरों के लार्वा को नियंत्रित करना और डेंगू, मलेरिया जैसी बीमारियों को रोकने के लिए शुरू किया जा रहा है। जल संचयन और अन्य संभावित मच्छर प्रजनन स्थलों में लार्वा की उपस्थिति की जांच की जा रही है। साथ ही पानी के नमूने लिए जा रहैं और जल संचयन, कूलर, और अन्य संभावित मच्छर प्रजनन स्थलों से पानी के नमूने इकट्ठे किए जा रहे हैं। इकट्ठे किए गए नमूनों में लार्वा की उपस्थिति की जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिस क्षेत्र में लार्वा की संभावना है वहां पर आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के टीम इंचार्ज डा. अरुण पीएचसी ठसका मीरांजी ने बताया कि नैसी गाँव में मेडिकल कैंप आयोजित कर 62 मरीजो की जाँच की गई और टबरा व डेरा मोहम्मद शाह में मेडिकल कैंप लगाकर 100 से ज्यादा मरीजों की जाँच की गई। स्वास्थ्य विभाग की टीम में राहुल शर्मा, रविंदर सिंह. मंजु सूदन, प्रमिल, रेखा, डा. राहुल, प्रीति सीएचो बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में में घर घर जाकर दवाईयोंं का वितरण किया जा रहा है
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