अभिषेक पूर्णिमा
पिहोवा।। डेरा सचखंड ईशर दरबार जुरासी में चल रहा संत बाबा ईशर सिंह जी राड़ा साहिब वालों का सालाना बरसी समागम मंगलवार को संपन्न हुआ। तीन दिन तक चले इस धार्मिक कार्यक्रम में रुहानी कीर्तन में हजारों की संख्या में संगत ने हिस्सा लिया। संत बाबा मणि सिंह ने कहा कि सांसारिक सुखों का त्याग कर अपने जीवन को मानवता की सेवा में लगाने वाला व्यक्ति ही सच्चा संत होता है। दिवंगत संत बाबा ईशर सिंह राड़ा साहिब वाले और संत बाबा मान सिंह जुरासी वालों का जीवन इसका प्रत्यक्ष प्रमाण रहा। उन्होंने कहा कि संत रूप में ऐसी महान विभूतियां धरती पर ईश्वर के भेजे हुए दूत होते हैं। समागम में रागी जत्थों ने संगत को गुरबाणी से निहाल किया। विभिन्न संप्रदायों के संत महात्माओं और सिख विद्वानों ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब के संदेश से लोगों को अवगत कराया। बाबा मणि सिंह ने कहा कि अपने जीवन काल में संत बाबा मान सिंह ने संगत को जनकल्याण और राष्ट्र सेवा की जो राह दिखाई है। उसका अनुसरण करते हुए संस्था लोगों के हित में कार्य करती रहेगी।
रुहानी कीर्तन दरबार में बाबा अर्जन सिंह, बाबा आशीष सिंह, बाबा हरनाम सिंह, बाबा बलविंदर सिंह ज्योति स्वरूप, बाबा अवतार सिंह, जरनैल सिंह, सुखविंदर सिंह, ज्ञानी सुखदेव सिंह हेड ग्रंथी गुरुद्वारा दुख निवारण साहिब पटियाला, बाबा भगवान सिंह, बाबा गुरमेल सिंह, ज्ञानी इकबाल सिंह पटना साहिब, निर्मल सिंह, मलकीत सिंह, राव बीरेंद्र सिंह सरपंच व जसबीर जस्सी सहित संगत ने दरबार में हाजरी भरी।

