------अभिषेक पूर्णिमा
पिहोवा। गुरुद्वारा सचखंड ईशर दरबार जुरासी साहिब में चल रहे संत बाबा ईशर सिंह राड़ा साहिब वालों की 50वीं बरसी समागम के दूसरे दिन ढाडी कवि दरबार हुआ। इसमें कविशरी जत्थों ने संगत को गुरबाणी से निहाल किया। हजारों की संख्या में पहुंची संगत ने दिवंगत संत बाबा मान सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। संत बाबा मणि सिंह ने कहा कि संत बाबा ईशर सिंह के दिखाए मार्ग का अनुसरण करते हुए ब्रह्मलीन संत बाबा मान सिंह ने अपने जीवन काल में देश विदेश में सिखी का प्रचार किया। उन्होंने बताया कि हजारों ऐसे परिवार हैं। जिनके बच्चों ने संत बाबा मान सिंह के प्रवचन सुनकर फिर से अमृत चखकर सिखी स्वरूप धारण किया। उन्होंने कहा कि संत महापुरुषों का कार्य भूले भटके लोगों को राह दिखाकर मानवता और सेवा सिमरन के मार्ग पर लाना है। सभी धर्म मानवता के कल्याण का संदेश देते हैं। उन्होंने कहा कि संत बाबा मान सिंह द्वारा स्थापित ये संस्था सदैव समाज के भलाई के लिए सदैव कार्य करती रहेगी। प्रवक्ता जसबीर सिंह जस्सी ने बताया कि सोमवार 15 सितंबर को श्री सहज साहिब के पाठ के भोग और संत समागम होगा। जिसमें देश-विदेश से पहुंचे संत महात्मा अपनी वाणी से संगत को गुरु चरणों से जोड़ेंगे। कार्यक्रम में दिलबाग सिंह, बाबा सुरजीत सिंह, बाबा लाल सिंह जालंधर वाले, नवप्रीत कौर,प्रिंसिपल रामबीर सिंह, बार प्रधान काबल सिंह, किसान यूनियन के प्रधान गुरनाम सिंह चढूनी,डॉ. अवनीत वड़ैच, रोटरी क्लब के प्रधान डॉ. अमित अरोड़ा, प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के प्रधान विभु दर्शन मुरार,स्वास्थ्य विभाग की अधिकारी नमिता गुप्ता, बाबा बलविंदर सिंह, रणजीत सिंह, परमजीत सिंह, जोगिंद्र सिंह, जसबीर सिंह, सुरेंद्र सिंह, मैनेजर राव वीरेंद्र सिंह, निशान सिंह पूर्व सरपंच, प्रिसिंपल सतबीर सिंह, सहित सैकड़ों की संख्या में संगत उपस्थित रही।
