Abhishek Purnima, Reporter
पिहोवा, 01 अगस्त : जैसे किसी प्रेम कविता की पहली पंक्ति हृदय को स्पर्श करती है, वैसे ही आज की प्रभातफेरी की शुरुआत विक्की वोहरा के भजन "फूलों की कश्ती में एक मैं, एक तू और कोई ना हो" ने की — और उसी क्षण से सैकड़ों श्रद्धालुओं की आत्मा मानो प्रभु के चरणों की ओर बह चली।
परम श्रद्धेय, परम पूज्य, महामण्डलेश्वर, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज के आशीर्वाद और प्रेरणा से यह प्रभातफेरी, देव पूर्णिमा व अभिषेक पूर्णिमा के सौजन्य से सीता देवी धर्मशाला में आयोजित हुई। यह आयोजन केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं था, बल्कि यह एक दिव्य यात्रा थी, जहां प्रत्येक उपस्थित आत्मा ने स्वयं को प्रभु के समीप अनुभव किया।जैसे ही वैदिक मंत्रों की दिव्य ध्वनि गूंज उठी, वातावरण भक्तिरस में डूब गया।
भजन गायकों – जगदीश तनेजा, सुरेश वर्मा, कुश चुचरेजा, राकेश शर्मा, दिनेश अत्री, आशा चावला, तान्या सैनी, सुभाष अग्रवाल, वीना नारंग, दानी तनेजा और जितेन्द्र वर्मा ने अपनी मधुर वाणी से समस्त जनसमूह को मंत्रमुग्ध कर दिया।
दिनेश अत्री के "मोहन से दिल क्यों लगाया है", और जितेन्द्र वर्मा के "कर ले श्याम से बात, तेरा मन हल्का हो जाएगा" जैसे भजनों ने दिल की गांठें खोल दीं और आंखों से अश्रुधारा बह निकली।
भजन की इस अनुपम श्रृंखला के बीच जब आयोजन समिति को ठाकुर जी का स्वरूप भेंट किया गया, तो वह क्षण जैसे पूरे आयोजन की आत्मा बन गया। यह स्मृति, आयोजकों – अभिषेक पूर्णिमा परिवार के हृदय में चिरस्थायी हो गई।
सामूहिक शांति पाठ और श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का पाठ जैसे आयोजन की आत्मा में प्राण फूंकने जैसा था – मन और वाणी दोनों ही प्रभु में विलीन हो गए।
श्रीकृष्ण कृपा गौशाला के प्रधान जगदीश तनेजा ने इस अवसर पर अपने सारगर्भित विचार साझा किए और गौ सेवा की महिमा पर प्रकाश डाला।
आयोजक परिवार – सतीश छाबड़ा, संजय वर्मा, सत्यनारायण गुप्ता, मीना पूर्णिमा, अनु रानी, जसलीन, अभिमन्यु, रामकली देवी, सुखदेव सिंह, परमानंद चौबे, विकल चौबे, ज्ञान भूषण पपनेजा, आशीष चक्रपाणी, सुरेंद्र ढींगरा – ने पूरे भाव और श्रद्धा से आए हुए सभी श्रद्धालुओं का स्वागत किया और आयोजन को एक पारिवारिक व आत्मीय रंग दिया।
समारोह में अनेक गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति रही –
शिव कुमार सैनी, सुशील नारंग, सुभाष गुप्ता, तेजेंद्र सिंह वालिया, तुलसीदास वर्मा, रमेश मित्तल, शिवचरण बहल, मनोहर लाल शर्मा, फूल सिंह पाल, दीपक बवेजा, भीम सिंह पुंडीर, राजेश गोयल, कुंदन लाल दुआ, सोनू वधवा, मुरलीधर शर्मा, धर्मपाल गाबा, नरेश छाबड़ा, सतपाल मिगलानी, जरनैल सिंह इसहाक, राजकुमार ग्रोवर, मेघराज, मुकेश डोलिया, रवि थरेजा, बब्बू खरबंदा, गुरजीत गुप्ता, अमित पांचाल, डॉ. एके तिवारी सहित अनेक श्रद्धालुओं ने अपने प्रेम और सहभागिता से इस आयोजन को गरिमा प्रदान की।
मीडिया प्रभारी भरत तनेजा ने जानकारी दी कि आगामी रविवार की प्रभातफेरी गोल्डी शर्मा के सौजन्य से अरुणाय गांव में आयोजित की जाएगी।
आज की प्रभातफेरी न केवल एक धार्मिक आयोजन थी, बल्कि वह एक ऐसी भावनात्मक यात्रा थी, जिसमें हृदय, आत्मा और भक्ति ने मिलकर एक ऐसी कथा लिखी, जिसे शब्दों में नहीं, केवल हृदय में ही संजोया जा सकता है।
