लाखों की संख्या में श्रद्घालू करेंगे चेत्र की अमावस पर स्नान : डीडी शर्मा


  • चैत्र चौदस पर विभिन्न राज्यों से श्रद्घालू करेंगे अपने पूर्वजों के लिए पिंडदान,
  • मनोरंजन के साथ-साथ सुरक्षा व्यवस्था व अन्य सुविधाओं की भी रखा जाएगा विशेष ध्यान, 
  • मेले से सम्बंधित सभी कार्यों के लिए बनाई जाएंगी विभिन्न विभागों की कमेटियां

राजेश वर्मा। कुरुक्षेत्र भूमि 
पिहोवा 21 मार्च -
 भाजपा के वरिष्ठड्ढ नेता जय भगवान शर्मा डीडी ने कहा कि उपमंडल पिहोवा में हर वर्ष चेत्र चैदस मेले का आयोजन किया जाता है। उपमंडल पिहोवा में यह मेला 27 मार्च से 29 मार्च तक चलेगा। चेत्र चैदस मेले में विभिन्न राज्यों के लोगों द्वारा सरस्वती सरोवर में स्नान किया जाता है व अपने पूर्वजों की आत्मा की सुख-शांति के लिए पिंडदान किया जाता है। वे शुक्रवार को किसान रेस्ट हाऊस में सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे तथा मेले के सफलतापूर्वक आयोजन के लिए उनके साथ दिए गए सुझावों पर चर्चा कर रहे थे। इस मौके पर उपमंडल अधिकारी नागरिक कपिल कुमार भी उपस्थित थे।
जय भगवान शर्मा डीडी ने कहा कि चैत्र चैदस मेला 27 मार्च से 29 मार्च तक चलने वाला है जिसमें दसवीं व एकादशी के समय से भी हिमाचल प्रदेश के लोग आने शुरू हो जाते हैं। चैत्र की अमावस को सभी श्रद्घालू अपने पित्रों की आत्मा की शांति के लिए पिंडदान व पूजा-पाठ करवाते हैं। इस अवसर पर लाखों श्रद्घालू भिन्न-भिन्न राज्यों से पिहोवा के सरस्वती तट पर आते हैं। चेत्र चैदस मेले के अवसर पर उपमंडल पिहोवा के बाजार विशेषकर सरस्वती तीर्थ के चारों तरफ श्रद्घालुओं के आवागमन से रौनक का माहौल बन जाता है। चेत्र चैदस मेले के समय लाईटिंग से सारा शहर जगमगाता है तथा लोगों के मनोरंजन के लिए तरह-तरह के इंतजाम भी किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि मेले में आने वाले श्रद्घालुओं के लिए सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाने के साथ-साथ सुरक्षा की विशेष व्यवस्था की जाएगी। शहर में सभी जगह सीसीटीवी कैमरों की पैनी नजर हर व्यक्ति पर रहेगी ताकि किसी प्रकार की दुर्घटना या चोरी न हो सके। इसके अतिरिक्त विशेष तौर पर भारी पुलिस बल भी तैनात किया जाएगा ताकि लोगों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। विभिन्न व्यवस्थाओं को अंजाम देने के लिए टैंडर आमंत्रित किए गए थे, जिनके लिए कमेटियों का गठन किया जाएगा। इन कमेटियों के समक्ष सभी टैंडर खोले जाएंगे तथा व्यवस्थाओं को आंबटित किया जाएगा।
बैठक में नगरपालिका चेयरमैन आशीष चक्रपाणि ने अपने सुझाव देते हुए कहा कि शहर में सबसे पहले सफाई व्यवस्था पर फोकस करना अनिवार्य है क्योंकि शहर में आने पर सबसे पहला आकर्षण साफ-सफाई तथा स्वच्छता ही होती है। लोगों के आगमन तथा भीड़ को मद्देनजर रखते हुए सभी प्रकार की तैयारियां पहले ही सम्पूर्ण कर ली जानी चाहिए। सफाई व्यवस्था के साथ-साथ पब्लिक वॉटर कूलर में स्वच्छ पेयजल का होना बेहद अनिवार्य है। स्वच्छ पेयजल की जांच समय-समय पर करते रहना चाहिए क्योंकि पीने का पानी ज्यादा इस्तेमाल होने वाला पेय पदार्थ है। इस मौके पर सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं द्वारा मुख्य अतिथि के समक्ष सुझाव तथा मांग रखी गई कि चैत्र चैदस मेले के दौरान सभी प्रकार के पूजा-पाठ लोकल ब्राहम्णों तथा पंडितों द्वारा ही करवाए जाने चाहिए। कई बार बाहर से पंडित या ब्राहम्ण मेले में पूजा-पाठ का कार्य करते हैं, जिससे लोकल लोगों को असुविधा भी होती है। इस सुझाव के पश्चात एक कमेटी बनाई गई जो सरस्वती तट पर पूर्जा पाठ करवाने वाले ब्राहम्णों का पूर्ण विवरण रखेगी तथा निगरानी करेगी। इस कमेटी के लिए आचार्य सभा के प्रधान दीपक अत्री को इंचार्ज बनाया गया है।
उपमंडल अधिकारी नागरिक कपिल कुमार ने कहा कि चैत्र चैदस मेले में ट्रैफिक व्यवस्था के लिए आठ पार्किंग प्वाइंट पिहोवा में निर्धारित किए गए हैं, जिसमें पुलिस विभाग के कर्मचारियों की डयूटी लगाई जाएगी। उन्होंने कहा कि सरस्वती तीर्थ पर कार्तिक मंदिर तथा प्रेत पीपल पर लोगों का ज्यादा आवागमन रहता है। इन स्थानों पर कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई जाएगी ताकि वहां पर श्रद्धालुओं को कोई समस्या न आए। इसके अतिरिक्त ऐसे स्थानों पर जेब कतरों से भी बचाव किया जाएगा। उन्होंने कहा कि तीर्थ स्थल पर पीने के पानी और शौचालय की व्यवस्था पूर्ण रूप से दुरस्त की जाएगी ताकि यात्रियों को कोई परेशानी न हो। इसके अतिरिक्त सरस्वती तीर्थ पर साज सजावट तथा सौंदर्य करण का कार्य जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। बैठक में नगर पालिका प्रधान आशीष चक्रपाणि, उप प्रधान प्रतिनिधि सुरेंद्र ढींगरा, सरस्वती हेरिटेज बोर्ड सदस्य रामधारी शर्मा, युधिष्ठिर बहल, जगदीश तनेजा, महेश तलवाड, रोशन गर्ग, गोपाल कौशिक, दीपक अत्री सहित सभी सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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