डी.ए.वी. कॉलेज, पेहवा में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन


राजेश वर्मा। कुरुक्षेत्र भूमि 
पिहोवा, 

डी.ए.वी. कॉलेज, पेहवा में महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के अवसर पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में राजनीति विज्ञान विभाग, इतिहास विभाग और एसोसिएशन ऑफ़ पोलिटिकल साइंस के छात्रों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के जीवन, उनके स्वतंत्रता संग्राम में योगदान और उनके आदर्शों को युवा पीढ़ी तक पहुँचाना था। इस अवसर पर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र शर्मा, इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुखबीर पांचाल व अन्य अध्यापकों ने छात्रों को संबोधित किया।
**कार्यक्रम की शुरुआत**  
कार्यक्रम की शुरुआत महात्मा गांधी के चित्र पर माल्यार्पण और दीप प्रज्वलन के साथ हुई। इसके बाद राष्ट्रपिता को श्रद्धांजलि देने के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। कार्यक्रम में छात्रों ने गांधीजी के प्रिय भजन "वैष्णव जन तो तेने कहिए" को मिलकर गाया, जिसने पूरे वातावरण में आध्यात्मिक और देशभक्ति की भावना भर दी।

**प्रो. सुखबीर पांचाल का संबोधन**  
इतिहास विभाग के अध्यक्ष प्रो. सुखबीर पांचाल ने छात्रों को महात्मा गांधी के जीवन और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने गांधीजी के सत्य, अहिंसा और सादगी के सिद्धांतों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि आज के समय में इन मूल्यों की प्रासंगिकता और भी बढ़ गई है। प्रो. पांचाल ने छात्रों से आह्वान किया कि वे गांधीजी के आदर्शों को अपने जीवन में उतारें और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करें।

**छात्रों की भागीदारी**  
कार्यक्रम में एसोसिएशन ऑफ़ पोलिटिकल साइंस और अन्य विभागों के छात्रों मोनिका, पिंकी देवी, सूर्यांश, राहुल, कोमल, मधु हर्षदीप, मंगल सिंह व नवीन शर्मा  ने भाषण, कविता और नाटक के माध्यम से अपने विचार व्यक्त किए। छात्रों ने गांधीजी के जीवन से जुड़ी प्रेरणादायक घटनाओं को साझा किया और उनके सिद्धांतों को आधुनिक संदर्भ में प्रस्तुत किया। छात्र नवीन शर्मा ने गांधीजी के दांडी मार्च और असहयोग आंदोलन पर एक प्रभावी भाषण दिया, जिसने सभी को झकझोर कर रख दिया। वहीं, दूसरे छात्रों ने कविताओं के माध्यम से गांधीजी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की।

**प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र शर्मा का संदेश**  
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुरेंद्र शर्मा ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि महात्मा गांधी ने न केवल भारत को स्वतंत्रता दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, बल्कि उन्होंने समाज में समानता, न्याय और अहिंसा के मूल्यों को स्थापित किया। उन्होंने छात्रों से आग्रह किया कि वे गांधीजी के जीवन से प्रेरणा लेकर अपने जीवन में उन्नति के पथ पर अग्रसर हों। डॉ. शर्मा ने यह भी कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल डिग्री हासिल करना नहीं है, बल्कि समाज के लिए योगदान देना है।

**समापन**  
कार्यक्रम का समापन एसोसिएशन ऑफ़ पोलिटिकल साइंस के छात्रों द्वारा प्रस्तुत एक नाटक के साथ हुआ, जिसमें गांधीजी के जीवन की महत्वपूर्ण घटनाओं को दर्शाया गया। इस नाटक के माध्यम से छात्रों ने गांधीजी के सिद्धांतों को आधुनिक समय में कैसे लागू किया जा सकता है, इस पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम के अंत में सभी छात्रों और शिक्षकों ने गांधीजी के प्रति अपनी श्रद्धा व्यक्त की और उनके आदर्शों को अपनाने का संकल्प लिया।

इस प्रकार, डी.ए.वी. कॉलेज में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल महात्मा गांधी के प्रति श्रद्धांजलि था, बल्कि युवाओं को उनके आदर्शों से प्रेरित करने का एक सार्थक प्रयास भी था।

Post a Comment

Previous Post Next Post