आई फ्लू से बचाव के लिए आंखों के विशेषज्ञों द्वारा विभिन्न जगहों पर लगाए गए जांच शिविर

राजेश वर्मा।
पिहोवा 26 जुलाई 

स्वास्थ्य विभाग पिहोवा के एसएमओ इंचार्ज डॉ नमिता ने विशेष बातचीत में बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा आई फ्लू, वेक्टर बोर्न बीमारियों और निरोगी कैंपों के कार्यों में युद्ध स्तर पर तेजी लाई गई है। स्वास्थ्य विभाग के कार्यकर्ता सभी कर्मचारियों के माध्यम से सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आई फ्लू के मरीजों की पहचान की जा रही है और लोगों को आई फ्लू से बचाव के लिए जागरूक किया जा रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पिहोवा में आई फ्लू कॉर्नर बनाया गया है जहां से प्रभावित मरीजों की पहचान करके उन्हें जरूरी दवाइया और सलाह दी जा रही है। उन्होंने बताया कि कंजंक्टिवाइटिस वैसे तो कोई जानलेवा संक्रमण नहीं है, हालांकि यह आंखों को नुकसान पहुंचाता है, इसलिए लोगों को इसे गंभीरता से लेते हुए सतर्क रहना चाहिए। कंजंक्टिवाइटिस 5-6 दिनों तक रह सकता है, इसे पिंक आई इन्फेक्शन के नाम से भी जाना जाता है। ज्यादातर लोग मानते हैं कि यह बीमारी आई कॉन्टैक्ट करने से फैलती है,कंजंक्टिवाइटिस किसी को तब प्रभावित करता है जब वो किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल की गई चीजों का इस्तेमाल करता है। कंजंक्टिवाइटिस से पीड़ित व्यक्ति की आंखों का सफेद हिस्सा पूरी तरह से गुलाबी और लाल हो जाता है। आंखों में खुजली और दर्द होता है, लगातार पानी निकलता है, कभी-कभार विजन ब्लर हो जाता है आंखें सूज जाती है। इस बीमारी का आंखों की रोशनी पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है।
डॉ नमीता ने कहा कि हालांकि कुछ समय के लिए धुंधला जरूर दिखाई दे सकता है। उन्होंने लोगों से अपील कि वे साफ-सफाई का ध्यान रखें, बार-बार हाथ धोएं, आंखों को बार-बार न छुएं, संक्रमित व्यक्ति की किसी भी चीज का इस्तेमाल न करें इस कड़ी में एलएनजेपी कुरुक्षेत्र की आंखों के विशेषज्ञ डॉ. गुंजन मेहता ने गांव मलिकपुर, डॉ संग्राम सिंह पीएचसी इंचार्ज, ठसका मिरंजी और गांव इशाक में डॉ यादवेन्द्र सिंह इंचार्ज पीएचसी रामगढ़ रोड की देखरेख में आंखों के रोगियों की पहचान कर उन्हें नियमित रूप से उपचार और बचाव के बारे में बताया। सभी तरह के वेक्टर जनित रोगों के नियंत्रण की जागरूकता के लिए अभियान चलाया जा रहा है। जिसमे सभी स्वास्थ्य कार्यकर्ता पुरुष, महिला, आशा वर्कर भाग ले रहे है और लोगों को मलेरिया, डेंगू, जापानी बुखार, चिकनगुनिया आदि रोगों के रोकथाम एवं बचाव के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। घरों के विजिट के दौरान कूलर, टंकी, पानी की होदी व छतों पर पड़े खाली टायर की जांच करने के बारे में कहा गया।
उन्होंने कहा कि बुखार के मरीजों की खून की जांच की जा रही है। उन्होंने सभी को सप्ताह में एक बार ड्राई डे मनाने के बारे में कहा और साथ ही साथ उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा निरोगी हरियाणा कैंप आयोजित किये जा रहे हैं जिस भी परिवार के परिवार पहचान पत्र में 1.80 से कम आय है वे परिवार हरियाणा सरकार की निरोगी योजना के तहत अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केंद्र में टेस्ट करवा सकते है । इस कार्यक्रम को सीएचसी पिहोवा में बड़े ही कर्मठता से कार्यान्वित से किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में सभी लाभार्थियों परिवार के स्वास्थ्य कि जांच कि कई प्रकार के टेस्ट व जरूरी दवाई तथा इलाज इसके आंतरिक जांच उपलब्ध करवाई जा रही है। इस अवसर पर डॉ शिवनीत कौर, डॉ हुनर भारद्वाज, डॉ भावेश, डॉ कोमल और सीएचसी पिहोवा का सारा स्टाफ उपस्थित था।

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