पिहोवा, 9 मई (राजेश वर्मा)।
मां पीताम्बरा सिद्ध पीठ धनीरामपुरा में मां बगलामुखी जयंती श्रद्धापूर्वक तरीके से मनाई गई। इस अवसर पर पीठ के संस्थापक महंत बंसी पुरी, महामंडलेश्वर हरीशचंद्र पुरी, महंत लक्ष्मीनारायण पुरी, महंत जगन्नाथ पुरी, स्वमी रवि गिरी, शिव दयाल पुरी, स्वामी अमर पुरी, स्वामी सत्यानंद पुरी, स्वामी धीरज पुरी, स्वामी अमर पुरी सहित अनेक संत महात्मओं के सानिध्य में यज्ञशाला में हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें पं. गंगा प्रसाद शास्त्री व अखिलेश तिवारी ने वैदिक मंत्रोच्चारण कर कार्यक्रम में शामिल हुए विभिन्न प्रदेशों से आए श्रद्धालुओं से हवन यज्ञ में आहुति डलवाई। इसके उपरांत पूर्णाहुति के साथ हवन यज्ञ सम्पन्न हुआ। पीठ के व्यवस्थापक महंत भीम पुरी ने बताया कि मां बगलामुखी दस महाविद्याओं में से एक है। मां बगलामुखी की अराधना से शत्रुओं का नाश होता है। उन्होंने कहा कि देवी बगलामुखी दैवीय शक्तियों तथा सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। दैवीय शक्ति के रूप में जाना जाता है, यह बुराई और दुष्टता की नकारात्मक शक्तियों का नाश करती हैं। देवी अपने भक्तों को बुरी शक्तियों से बचाती है और उनकी रक्षा करती है। ऐसा माना जाता है कि देवी दुर्गा शक्तियों का संयुक्त रूप हैं, देवी कि दिव्य शक्ति में हथियारों और प्रतीकों के रूप में सभी देवताओं की संयुक्त ऊर्जा शामिल होती है। मां बगलामुखी बुरी शक्तियों अहंकार, इष््र्या, पूर्वाग्रह, घृणा, क्रोध, लालच और स्वार्थ को नष्ट करके बुराईयों और दुख से बचाती हैं। कार्यक्रम में दूर दराज से आए श्रद्धालुओं ने भंडारे में प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर पूर्व पार्षद सुरेंद्र पप्पु, पूर्व मंत्री बलबीर सैनी, जगदीश राठी, विकल कुमार चौबे, अवतार वालिया, सोनू गोयल, विजय क्वालिटी, अनाज मंडी प्रधान नंद लाल सिंगला, रमेश गर्ग, संजीव त्रेहन, मनीष कौशिक, दलबीर हांडा, दीपक अरूणाय, सुशील बंसल, भारत भूषण, ललित पटियाला, परमानंद चौबे, राकेश बधवार, गौरव गुलाटी, प्रदीप डेरा बस्सी, रमेश शर्मा सहित अनेक लोग उपस्थित थे।