श्रावण में पार्थिव शिवलिंग पूजा से होती है उम्र, सुख और शांति में वृद्धि : भीम पुरी


अभिषेक पूर्णिमा/राजेश वर्मा 

पिहोवा, 15 जुलाई : श्रावण मास के उपलक्ष्य में  मां बगलामुखी धाम धनिरामपुरा स्थित सोमेश्वर महादेव में भगवान शिव का रुद्राभिषेक एवं पार्थिव पूजन का क्रम निरन्तर जारी है। धाम के महंत भीम पुरी महाराज के मार्गदर्शन में पंडित गंगा प्रसाद एव पं अखिलेश तिवारी द्वारा वैदिक मंत्रोच्चारण कर पार्थिव शिवलिंग पूजन किया गया। 
                     जानकारी देते हुए मंदिर के सेवादार एवं सरपंच विकल कुमार चौबे ने बताया कि  इसी श्रृंखला में पार्थिव शिवलिंग पूजा के मुख्य अजमान के रूप में अशोक गर्ग दिल्ली, प्रदीप शर्मा डेराबस्सी परिवार की ओर से पार्थिव पूजा की गई। पूजा उपरांत पार्थिव शिवलिंग को निकट ही जल में विसर्जित किया गया। 
              मंदिर के महंत भीम पूरी ने श्रावण मास में पार्थिव शिवलिंग पूजा अर्चना के महत्त्व बारे बताया कि शिवपुराण के मुताबिक पार्थिव शिवलिंग किसी पवित्र नदी या तालाब की मिट्टी से बनाना चाहिए। इसकी पूजा से उम्र, सुख और शांति में वृद्धि होती है। शिव पुराण के अनुसार, पार्थिव शिवलिंग की पूजा से धन, धान्य, आरोग्य और पुत्र प्राप्ति होती है। वहीं मानसिक और शारीरिक कष्टों से भी मुक्ति मिल जाती है।  पार्थिव पूजा का महत्व पार्थिव पूजन से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है। शिवजी की अराधना के लिए पार्थिव पूजन सभी लोग कर सकते हैं, फिर चाहे वह पुरुष हो या फिर महिला।  इस अवसर पर गीता राम रमाकांत तिवारी राम शंकर अमन कश्यप सहित अनेक लोग श्रद्धालु थे।



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