कृष्ण कृपा मंदिर पिहोवा में गुरु पुर्णिमा कार्यक्रम 7 जुलाई को : जगदीश तनेजा




अभिषेक पूर्णिमा

पिहोवा, 03 जुलाई : शास्त्री कॉलोनी की सुबह आज कुछ अलग थी-- हवा में भक्ति की मिठास घुली हुई थी, गली-गली में भजन की गूंज थी और हर चेहरे पर अलौकिक आस्था की झलक। परम पूज्य, महामंडलेश्वर, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज के आशीर्वाद और प्रेरणा से वीरवार की प्रभात फेरी का भव्य आयोजन चैन पाल वत्ता के सौजन्य से संपन्न हुआ।

               भोर की यह वेला किसी आध्यात्मिक मेले से कम नहीं थी। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ आरंभ हुई प्रभात फेरी ने पूरे वातावरण को भक्तिरस से परिपूर्ण कर दिया। हर ओर एक ही आह्वान था — “जय श्री राधे, जय श्री कृष्ण”।

               भजन गायकों की टोली ने जैसे प्रभु को साक्षात आमंत्रण भेज दिया हो। जगदीश तनेजा, सुरेश वर्मा, सागर कश्यप, जितेंद्र वर्मा, विक्की वोहरा, मोनू गाबा, पूजा तनेजा, राजिंदर शर्मा, राज धवन, काका ग्रोवर, अंकिता वत्ता और वीना नारंग की संगीतमय प्रस्तुति ने भक्तों को भावविभोर कर दिया।

"बन तितली मैं उड़ती फिरा, किशोरी तेरे बरसाने"

               विशेष रूप से जब अंकिता वत्ता ने भावपूर्ण स्वर में गाया — "बन तितली मैं उड़ती फिरा, किशोरी तेरे बरसाने..." तो उपस्थित जनसमूह भावनाओं में बह उठा। वहीं अश्वनी वासन के भजन "जे तू अंखिया दे सामने नहीं रहना, ते श्यामा साडा दिल मोड़ दे" ने श्रद्धालुओं को झूमने और प्रभु नाम में डूब जाने को मजबूर कर दिया।

               इस अवसर पर संत आत्मविभोर पुरी जी ने अपने दिव्य प्रवचनों से सबको यह समझाया कि प्रभु भाव के भूखे हैं, धन के नहीं। जब मन के तार प्रभु के भाव से जुड़ते हैं, तभी उनकी कृपा मिलती है।

              इसी दौरान कृष्ण कृपा गौशाला के प्रधान जगदीश तनेजा ने महत्वपूर्ण जानकारी दी कि आगामी 7 जुलाई को प्रभात फेरी श्री कृष्ण कृपा गौशाला में आयोजित होगी, जिसमें स्वामी ज्ञानानंद महाराज का आगमन रहेगा और सुबह 7 से 9 बजे तक गुरु पूर्णिमा कार्यक्रम श्री कृष्ण कृपा सेवा मंदिर में आयोजित होगा।

             समापन पर संत आत्मविभोर पुरी, बॉबी खन्ना, देशराज मित्तल, राजेश गोयल व राकेश धवन द्वारा वत्ता परिवार को ठाकुर जी का दिव्य स्वरूप भेंट किया गया। जो इस आयोजन की आध्यात्मिक स्मृति बन गया। इसके पश्चात श्रीमद्भगवद्गीता के श्लोकों का सामूहिक पाठ हुआ, जिसने वातावरण को और भी पवित्र बना दिया।

             इस दिव्य आयोजन में शामिल होकर अपने सत्संग प्रेम का परिचय देने वालों में रजनीश वत्ता, दीप्ति, मयंक, अंकिता वत्ता, अथर्व, समायरा, देवांश, मानविक, प्रदीप वत्ता, कीमती लाल वत्ता, मीनाक्षी बजाज, अशोक गुलाटी, दिवांशु कंसल, बलवंत गाबा, हर्षा वत्ता, प्रभा वत्ता, संजीव कोछड़, शालिनी मेहता, शिव चोपड़ा, गुलशन अरोड़ा, विनोद कंसल, दीपक वत्ता, रोशनलाल वत्ता, विजय पोपली, नवदीप पांचाल, विनोद कपूर, मनोज चोपड़ा सहित भारी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे। 

             इस प्रभातफेरी ने पिहोवा की इस सुबह को न सिर्फ पवित्र बनाया, बल्कि हर दिल को प्रभु की ओर उन्मुख कर दिया।

वत्ता परिवार को ठाकुर जी का स्वरूप भेंट करती संत आत्मविभोर पुरी(अभिषेक पूर्णिमा)

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