संतों की तपस्या समाज के लिए प्रेरणा स्रोत

हैरिटेज बोर्ड हरियाणा के उपाध्यक्ष घूमन सिंह किरमच ने पंचधुनी तपस्या के 25वें दिन जग ज्योति दरबार बिजड़पुर में टेका माथा 


ब्यूरो चीफ राजेश वर्मा। कुरुक्षेत्र भूमि 
बिजड़पुर,

हरियाणा हैरिटेज बोर्ड के उपाध्यक्ष एवं समाजसेवी श्री घूमन सिंह किरमच ने पंचधुनी अग्नि तपस्या के 25वें दिन जग ज्योति दरबार बिजड़पुर पहुंचकर माथा टेका और दरबार के पीठाधीश्वर महंत राजेंद्र पुरी जी महाराज से आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पंचधुनी तपस्या जैसे आयोजन भारतीय सनातन परंपरा की गौरवशाली धरोहर हैं, जो समाज को आध्यात्मिक उन्नति, आत्मिक शांति और संस्कारित जीवन की प्रेरणा प्रदान करते हैं। संतों का जीवन त्याग, सेवा और तपस्या का प्रतीक होता है, और ऐसे संतों के सान्निध्य में आकर मन, वचन और कर्म से पवित्रता की अनुभूति होती है।

उन्होंने दरबार परिसर में चल रहे भक्ति, सेवा और यज्ञ कार्यक्रमों की सराहना करते हुए कहा कि आज की भागदौड़ भरी दुनिया में ऐसे आयोजन समाज को जोड़ने, संस्कृति को संजोने और युवाओं को मार्गदर्शन देने का कार्य कर रहे हैं। घूमन सिंह किरमच ने कहा कि हरियाणा की यह भूमि सदा से ऋषि-मुनियों, तपस्वियों और भक्तों की साधना स्थली रही है और जग ज्योति दरबार बिजड़पुर उसी परंपरा को आगे बढ़ा रहा है।

इस दौरान दरबार में भजन, कीर्तन, यज्ञ और प्रसाद वितरण का भव्य आयोजन चल रहा था, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु और सेवक भाग ले रहे थे। घूमन सिंह किरमच ने सभी श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे इस तपस्या महोत्सव में भाग लेकर अपने जीवन को पावन बनाएं और संतों के आशीर्वाद से लाभान्वित हों। महंत राजेंद्र पुरी जी ने उन्हें आशीर्वाद देते हुए उनके सामाजिक कार्यों की प्रशंसा की और हरियाणा की सांस्कृतिक धरोहर को संजोने के लिए निरंतर प्रयासरत रहने की प्रेरणा दी।

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