अमावस्या पर लाखों श्रद्धालुओं के स्नान के साथ सम्पन्न हुआ चेत्र चैदस मेला: कपिल कुमार
- लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं ने सरस्वती तट पर किया स्नान,
- मेले में लगे झूलों पर तथा दुकानांे पर खरीददारी का लुत्फ उठाया लोगों ने,
- लोक सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने भजनों व गीतों से बांधा समा, सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ पिहोवा का चेत्र चैदस मेला
ब्यूरो चीफ राजेश वर्मा। कुरुक्षेत्र भूमि
पिहोवा 29 मार्च - मेला प्रशासक एवं उपमंडल अधिकारी नागरिक कपिल कुमार ने कहा कि उपमंडल पिहोवा में 27 मार्च से 29 मार्च 2025 तक चेत्र चैदस मेले का आयोजन किया गया था, जिसका शनिवार को सफलतापूर्वक समापन हो गया है। मेले में पांच लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अमावस के पावन अवसर पर सरस्वती तट पर स्नान किया तथा अपने पित्रों की आत्मा की शांति के लिए पूजा पाठ करवाए।
उपमंडल अधिकारी नागरिक कपिल कुमार ने कहा कि उपमंडल पिहोवा चेत्र चैदस मेले का आयोजन हर साल होता है। प्रत्येक वर्ष लाखों की तादात में श्रद्धालू सरस्वती तीर्थ पर आते हैं तथा अपने पित्रों की आत्मिक शांति के लिए पूजा-पाठ करवाते हैं। इस बार भी उपमंडल पिहोवा में चेत्र चैदस मेले के उपलक्ष्य में भारी संख्या में श्रद्धालू मेले में पंहुचे तथा प्रशासन द्वारा उन्हें हर प्रकार की सुविधा मुहैया करवाई गई। भारी पुलिस बल के साथ-साथ सीसीटीवी कैमरों की व्यवस्था से मेले के हर क्षेत्र पर नजर रखी गई, जिससे किसी प्रकार की कोई भी अप्रिय घटना इस मेले में नहीं घटी और तीन दिवसीय चेत्र चैदस मेले का शांतिपूर्वक समापन हुआ। उन्हांेने कहा कि प्रदेश और दूसरे राज्यों से आए लाखों श्रद्धालुओं ने पावन सरस्वती तीर्थ में स्नान व पिडदान करके अपने पितरों के मोक्ष की कामना की है। श्रद्धालुओं ने अपने पुरोहितों से वंशावली भी देखी।
उन्होंने कहा कि यहां पर मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु अपने पितरों का पिडदान व उनको जल अर्पण करते हैं तो उनके पितर प्रसन्न होकर परिवार में सुख समृद्धि की वर्षा करते हैं। श्रद्धालुओं ने पिडदान के बाद प्रेत पीपल पर जल चढ़ाया व स्वामी कार्तिकेय मंदिर में तेल का दीपक जलाया। वहीं दरगाही शाह पर घोड़े भी चढ़ाए। चेत्र चैदस मेले में पंजाब, हिमाचल, राज्यस्थान, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, चंडीगढ़ सहित देश के विभिन्न हिस्सों से श्रद्धालु यहां पहुंचे लेकिन सबसे ज्यादा संख्या पंजाब से आने वाले सिख श्रद्धालुओं की रही। श्रद्धालुओं ने विभिन्न मंदिरों व गुरुद्वारों में पूजा की तथा माथा टेका। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई। मेले में तैनात अधिकारी और कर्मचारी दिन-रात श्रद्धालुओं को सुविधा मुहैया करवाने मे लगे रहे। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यात्रियों को चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करवाई गई। पुलिस के जवान श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु शहर के सभी स्थानों पर डटे रहे।
जिला सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने दी कई प्रस्तुतियां
एसडीएम कपिल कुमार ने कहा कि चेत्र चैदस मेले के दौरान सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के कलाकारों ने लोक गीतों और धार्मिक भजनों के माध्यम से लोगों का समा बांधे रखा। विभागीय कलाकारों द्वारा रात को विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कलाकारों ने गीतों व भजनों के माध्यम से जहां लोगों को परमात्मा का संदेश दिया वहीं उन्होंने सामाजिक कुरीतियों के प्रति भी जागरूक किया।
सूचना प्रसारण केंद्र ने दी कई जरूरी सूचनाएं
एसडीएम ने कहा कि चेत्र चैदस मेले के दौरान बाल भवन पिहोवा में सूचना प्रसारण केंद्र का गठन किया गया था। सूचना प्रसारण केंद्र के माध्यम से मेले से सम्बंधित कई जरूरी सूचनाएं समय-समय पर दी गई। इसके अतिरिक्त बिछुड़े लोगों को उनके परिजनों से मिलाने का कार्य भी सूचना प्रसारण केंद्र में किया गया।
भंडारों से की श्रद्धालुओं की सेवा
पावन चेत्र चैदस मेले मेें पंहुचे यात्रियों की सेवा के लिए नगर वासियों व विभिन्न शहरों से आए लोगों ने जगह जगह भंडारे लगाकर श्रद्धालुओं को भोजन करवाया। भंडारों का आलम यह था कि सरस्वती तीर्थ, पवन मार्किट कमेटी, गोल मार्किट, अंबाला रोड, अनाज मंडी, गुहला रोड, गुरुद्वारा रोड, प्राची तीर्थ, ब्रहम योनि सहित स्थान स्थान पर भंडारे लगाए गए थे, जिसमें भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।
दिल खोलकर किया दान
दूर दराज से आए श्रद्धालुओं ने चेत्र चैदस के अवसर पर दिल खोलकर दान भी किया। मान्यता है कि पिहोवा क्षेत्र में किया जाने वाला पुण्य दान 13 दिन तक 13 गुणा फलीभूत होता है, जिसके चलते श्रद्धालु इस अवसर पर दिल खोलकर दान करते है।