राजेश वर्मा।
कुरुक्षेत्र
कुरुक्षेत्र में ब्रज मंडल महादेव भोलेनाथ की यात्रा में शामिल होने से पहले शिव सेना हिंदुस्तान प्रदेशाध्यक्ष हरियाणा, जगीर मोर ने एक सशक्त संदेश दिया। उन्होंने कहा कि आज पूरे देश के लोगों ने सनातन की ताकत को मान्यता दी है और हर भारतीय सनातन की रक्षा के लिए खड़ा है। मोर ने कहा कि आज पूरा संत समाज सनातन की आवाज को बुलंद करने में जुटा है और इसका प्रमुख उद्देश्य यही है कि सनातन का झंडा पूरे विश्व में लहराता रहे।
उन्होंने कहा कि यह धरती ऋषि-मुनियों के तप की भूमि है और यह हम भारतीयों की वंदन की भूमि है। हमारे इतिहास में इसके अनेकों प्रमाण मौजूद हैं जो इसे सिद्ध करते हैं। मोर ने सनातन प्रचार अभियान की चर्चा करते हुए कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सनातन धर्म का प्रचार-प्रसार करना है ताकि इसकी महत्ता और शक्ति को विश्वभर में पहचान मिल सके। उन्होंने कहा कि भारतीय समाज सदैव से ही अपनी संस्कृति और धर्म की रक्षा के लिए तत्पर रहा है और आज भी यह प्रवृत्ति अनवरत जारी है।
**ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा**
श्रावण मास के पहले सोमवार, 22 जुलाई को आयोजित ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा में श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। यात्रा कुरुक्षेत्र से प्रारंभ होकर मेवात के नूह जिले में पहुंची, जहां शिवलिंग पर पवित्र गंगाजल अर्पित किया गया। यात्रा के इस चरण में भी श्रद्धालुओं का उत्साह कम नहीं हुआ।
यात्रा का मुख्य उद्देश्य शिवलिंग पर पवित्र गंगाजल अर्पित करना था, और इसके साथ ही भारतीय संस्कृति और परंपराओं का जीवंत प्रदर्शन भी देखा गया। नूह जिले में पहुंचने पर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया और श्रद्धालुओं ने भक्ति भाव से गंगाजल अर्पित किया।
**प्रशासन और सुरक्षा व्यवस्था**
नूह जिले में प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए। पुलिस बल की तैनाती की गई और यात्रा मार्ग पर निगरानी रखी जा रही थी ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े। मंदिर परिसर और यात्रा मार्ग पर सुरक्षा की दृष्टि से शिव सेना की टीम ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यात्रा की सफलता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए गए।
**प्रमुख शामिल सदस्य**
ब्रजमंडल जलाभिषेक यात्रा में जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी, शिव सेना हिंदुस्तान के प्रदेशाध्यक्ष जगीर मोर, बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद और आरएसएस के सदस्य व रोशन शर्मा , सुनहरा , कर्मसिंह, योगेश दत्ता , गुरुदेव , जगतार , भी शामिल रहे। इन संगठनों के सदस्यों की उपस्थिति ने यात्रा को और भी विशेष बना दिया।
**कुरुक्षेत्र वापसी**
मेवात के नूह जिले में जलाभिषेक के बाद यात्रा रात को पुनः कुरुक्षेत्र लौटी। इस दौरान श्रद्धालुओं ने शिवलिंग पर पवित्र गंगाजल अर्पित कर भोलेनाथ का आशीर्वाद प्राप्त किया। कुरुक्षेत्र में वापस पहुंचने पर श्रद्धालुओं और आयोजकों ने यात्रा की सफलता को लेकर संतोष व्यक्त किया।
**यात्रा का समापन**
रात को यात्रा के समापन तक प्रशासन ने सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय किए ताकि श्रद्धालुओं को कोई कठिनाई न हो। इस सफल यात्रा के बाद श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों ने भक्ति भाव से उत्सव मनाया और भारतीय संस्कृति की महत्वपूर्ण परंपराओं को जीवंत रखा।